कुड़ुख़ इतिहास

कुड़ुख़ संस्कृतिक
कुड़ुख़ संस्कृतिक

कुरुख लोग

कुड़ुख़ लोग (जिन्हें उरांव या ओरांव भी कहा जाता है) एक आदिवासी जनजातीय समुदाय हैं जो मुख्य रूप से पूर्वी और मध्य भारत में पाए जाते हैं। ये विशेष रूप से झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, और आंशिक रूप से असम, बिहार, और मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में रहते हैं।

पति-पत्नी

🪘 संस्कृति और सामाजिक जीवन

🎶 संगीत और नृत्य

करमा, झूमर, जात्रा, फगुआ और सरहुल पारंपरिक नृत्य शैलियाँ हैं, जो मौसमीय और धार्मिक त्योहारों के दौरान प्रस्तुत की जाती हैं।

संगीत में मंदार, नगाड़ा, बांसुरी, डफली, घंटी, और ढंक जैसे वाद्य यंत्रों का उपयोग होता है।

गीतों में अक्सर प्रकृति, प्रेम, वीरता, और पौराणिक कथाओं की कहानियाँ सुनाई जाती हैं।

👪 सामाजिक संरचना

कुरुख समाज पितृसत्तात्मक होता है और यह गोतों (कुलों) में संगठित होता है, जिनका टोमीक (प्रतीकात्मक) संबंध होता है (जैसे: सूरज, बाघ, हाथी आदि)।

एक ही गोत्र के भीतर विवाह वर्जित होता है।

ग्राम परिषदें (जैसे पंच या परहा प्रणाली) पारंपरिक रूप से स्थानीय मामलों का संचालन करती थीं।

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